परिचय
- स्मार्टफोन बैटरी की समस्या: क्यों यह आज एक आम मुद्दा है?
- बैटरी की जल्दी खत्म होने के मुख्य कारण।
- इस लेख में किन जरूरी उपायों पर चर्चा होगी।
- इस आर्टिकल में इन सभी टॉपिक्स के ऊपर चर्चा होगी।
- स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ बढ़ाने के टिप्स
Table of Contents
1. बैटरी लाइफ को समझें
स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ बढ़ाने के टिप्स -जब भी हम स्मार्टफोन खरीदते हैं तो उसमें बैटरी को सबसे पहले देखते हैं। क्योंकि एक स्मार्टफ़ोन में बैटरी की सबसे बड़ी भूमिका होती है। हम जब भी कोई स्मार्टफोन खरीदते हैं तो उसमें सबसे पहले देखते है की बैटरी की क्षमता कितनी है। बैटरी कितने mAh की है
बैटरी क्षमता (mAh) का महत्व।
जब भी हम को ये स्मार्टफोन खरीदते हैं तो सबसे पहले उसमें बैटरी mAh को चेक करते है बैटरी में “mAh” का मतलब मिलीऐंपियर-घंटा (Milliampere-hour) होता है। यह बैटरी की क्षमता को मापने का मात्रक होता है एक तरह से कह सकते हैं की mAh बैटरी की क्षमता को मापने की एक इकाई होती है। स्मार्टफोन की बैटरी में एmAhम जितना बड़ा होगा उतनी ही बैटरी ज्यादा पावरफुल होगी
बैटरी साइकल क्या होता है?
स्मार्टफोन की बैटरी में साइकिल का मतलब होता है कि बैटरी कितनी बार चार्ज और डिस्चार्ज हो सकती है इसे बैटरी की चार्जिंग साइकल भी कहते हैं। एक बैटरी को कितनी बार चार्ज और डिस्चार्ज किया जा सकता है यह पहले से ही तय होता है। इसीलिए बैटरी को बार-बार चार्ज नहीं करना चाहिए। बैटरी जब 20% से अधिक डिस्चार्ज हो जाए तभी चार्ज पर लगाना चाहिए और बैटरी को कभी भी फुल चार्ज नहीं करना चाहिए। इससे बैटरी की लाइफ अच्छी रहती है और बैटरी लंबे समय तक चलती है। चार्जिंग साइकिल को आप ऐसे भी समझ सकते हैं जब बैटरी को जीरो से 100% तक चार्ज किया जाता है और 0% से 100% तक डिस्चार्ज किया जाता है तो इसे एक चार्जिंग साइकिल कहते हैं
2. स्क्रीन और ब्राइटनेस को कंट्रोल करें
यदि आप अपने स्मार्टफोन की बैटरी की लाइफ के बारे में सोचते हैं। तो आपको हमेशा याद रखना है कि अपने स्मार्टफोन की बैटरी बचाने के लिए अपने स्मार्टफोन की ब्राइटनेस को बहुत ही कम रखना है। और स्क्रीन पर कोई भी एनीमेटेड वॉलपेपर नहीं लगना चाहिए।
3. बैकग्राउंड ऐप्स को नियंत्रित करने फायदे
हम जब भी किसी एप्लीकेशन को उसे कर रहे होते हैं। और उसे करने के बाद जब भी हम अपने स्मार्टफोन में किसी एप्लीकेशन को बैकग्राउंड में रन करते रहते हैं यानी कि उसे पूरी तरीके से बंद नहीं करते हैं। तो हमारे स्मार्टफोन में वह एप्लीकेशन बैकग्राउंड में चलता रहता है ऐसी स्थिति में हमारे स्मार्टफोन की बैटरी परफॉर्मेंस काम हो जाती है और बैटरी की लाइफ भी काम हो जाती है। तो हमेशा किसी भी एप्लीकेशन को उसे करने के बाद पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए।
4. चार्जिंग की आदतें सुधारें
- बैटरी को 0% तक खत्म होने से पहले चार्ज करें।
- ओवरचार्जिंग से बचें।
- केवल ब्रांडेड चार्जर और केबल का इस्तेमाल करें।
5. क्या आप कनेक्टिविटी सेटिंग्स को ऑप्टिमाइज़ करते हैं
Wi-Fi, Bluetooth और GPS का जरूरत के अनुसार उपयोग करें।
स्मार्टफोन में वाईफाई ब्लूटूथ और जीपीएस का उपयोग जरूरत के अनुसार ही करना चाहिए क्योंकि ये ऐप्लीकेशन्स ऐसे होते हैं अगर आपने इनको ऑन करके रखा तो ये रेगुलर आपकी बैटरी को डिस्चार्ज करते रहते हैं क्योंकि ये ऐसे ऐप्लिकेशंस है जो आपके स्मार्टफोन में हमेशा रन होते रहते हैं तो आपको इनको बंद करके रखना है
मोबाइल डेटा को हमेशा ऑन रखने के बजाय बंद करें जब जरूरी न हो।
आप अपने स्मार्टफोन में मोबाइल डेटा को हमेशा ऑन रखते हैं तो
एयरप्लेन मोड का सही उपयोग।
आप जब भी हवाई यात्रा पर हो तो हमेशा अपने फोन में एयरप्लेन मोड लगाकर ही सफल करें इससे आपकी बैटरी काम खत्म होगी और ऐसा आपको करना ही चाहिए क्योंकि यह एयरलाइन की गाइडलाइन में भी लिखा होता है। इसलिए आपको एयरप्लेन मोड में ही हवाई यात्रा करनी चाहिए।
6. सॉफ़्टवेयर अपडेट्स और क्लीनिंग
बैटरी फ्रेंडली ऐप्स का उपयोग।
आप अपने स्मार्टफोन में हमेशा ऐसे एप्लिकेशन का यूज़ करे जो बैटरी फ्रेंड्ली होते हैं। यानी की ऐसे एप्प जो कम से कम नोटिफिकेशन भेजते हैं और आपके स्मार्टफोन को ज्यादा बीज़ी नहीं रखते हैं हमेशा ध्यान रखना है कि बैकेंड में जो भी एप्लीकेशन रन हो रहे हो उनको हमेशा पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। क्योंकि ऐसे ऐप्लिकेशंस जो बैकएंड में रन होते रहते है। वो स्मार्टफोन की बैटरी को भी डिस्चार्ज करते हैं। तो हमेशा ध्यान रखना है कि किसी भी एप को यूज़ करने के बाद पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए
चार्जिंग साइकल को समझना:
बैटरी में “साइकल” का मतलब होता है कि बैटरी कितनी बार चार्ज और डिस्चार्ज हो सकती है। इसे “चार्जिंग साइकल” कहते हैं।
- एक साइकल: जब बैटरी को 0% से 100% तक चार्ज किया जाता है और फिर 100% से 0% तक डिस्चार्ज किया जाता है, तो इसे एक चार्जिंग साइकल कहते हैं।
- उदाहरण: यदि आप बैटरी को 50% तक चार्ज करते हैं और फिर 50% तक डिस्चार्ज करते हैं, तो इसे आधा साइकल माना जाएगा। दो बार ऐसा करने पर एक पूरा साइकल होगा।
- बैटरी की लाइफ: हर बैटरी की एक निश्चित साइकल लाइफ होती है।
- उदाहरण: यदि किसी बैटरी की साइकल लाइफ 500 है, तो इसका मतलब है कि बैटरी लगभग 500 बार चार्ज और डिस्चार्ज हो सकती है। इसके बाद बैटरी की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है।
- प्रभाव: ज्यादा साइकल पूरे होने पर बैटरी की क्षमता घटती है, यानी बैटरी ज्यादा देर तक चार्ज नहीं रख पाती।
बैटरी साइकल का महत्व:
- लिथियम-आयन बैटरी (जैसे मोबाइल फोन या इलेक्ट्रिक वाहन में): आमतौर पर 300-500 साइकल की लाइफ होती है।
- लीड-एसिड बैटरी (जैसे इनवर्टर में): इनकी साइकल लाइफ कम होती है, लेकिन रखरखाव से इसे बढ़ाया जा सकता है।
- दीर्घायु बैटरी: नई तकनीक की बैटरियों में हजारों साइकल की क्षमता हो सकती है।
7. बैटरी बचाने के अन्य उपाय
वाइब्रेशन और साउंड अलर्ट का सीमित उपयोग।
आप अपने स्मार्टफोन की बैटरी को कैसे बचा सकते हैं इसके लिए आपको अपने स्मार्टफोन में हमेशा वाइब्रेशन को ऑन नहीं रखना है और साउंड अलर्ट को भी सीमित उपयोग के लिए ही ऑन करके रखें। क्योंकि जब आप अपने स्मार्टफोन में वाइब्रेशन या साउंड अलर्ट लगते हैं तो एक्स्ट्रा बैटरी की खपत होती है। जिससे बैटरी की साइकल यानी की चार्जिंग और डिस्चार्ज की काउंटिंग घट जाती है। जैसा कि ऊपर मैंने बताया है की जीरो से 100 तक एक बार चार्ज और डिस्चार्ज करने पर एक साइकिल कंप्लीट होता है। ऐसे ही बैटरी में लिमिटेड साइकिल होते हैं उदाहरण के लिए जैसे कि एक बैटरी में मां के चलते हैं 500 साइकिल हैं। तो आप इसे 500 बार चार्ज डिस्चार्ज कर सकते हैं। उसके बाद आपके स्मार्टफोन की बैटरी खराब हो जाएगी।
लाइव वॉलपेपर और भारी एनिमेशन से बचें।
इस आर्टिकल में आपको स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ बढ़ाने के टिप्स के बारे में जानकारी देने वाले हैं। आपको अपने स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ को लोंग लास्टिंग परफॉर्मेंस के लिए बचा के रखना है। तो हमेशा अपने स्मार्टफोन में सिंपल वॉलपेपर का ही उपयोग करें। अगर आप एनीमेटेड वॉलपेपर का उपयोग करेंगे तो स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाएगी। जिससे आपकी बैटरी की लाइफ काम हो सकती है।
बैटरी मॉनिटरिंग ऐप्स का उपयोग।
गूगल पर बहुत सारे ऐसे ऐप्लिकेशंस है जिससे आप अपने स्मार्टफोन की बैटरी को ट्रैक कर सकते हैं और अपनी बैटरी की लाइफ को भी मॉनिटर कर सकते हैं। तो आपके स्मार्टफोन में बैटरी की लाइफ को मॉनीटर करने के लिए एक एप्लीकेशन जरूर होना चाहिए।
निष्कर्ष
आप अगर आपको अपने स्मार्टफोन की बैटरी को लंबे समय तक चलाना है तो तो ऊपर दिए गए बिंदुओं पर अवश्य ध्यान दें और अपने स्मार्टफोन की बैटरी को लॉन्ग लाइफ के लिए बचा के रखें।